Thursday 31 May 2018

Sri-Ramanathaswamy-Temple - Rameshwaram Jyotirling

रामेश्वरम यात्रा - ज्योतिर्लिंग दर्शन ( Rameshwaram Jyotirling )

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यात्रा तिथि : 31 दिसम्बर 2017  
अगले दिन सुबह ट्रेन अपने निर्धारित समय पर रामेश्वरम स्टेशन पहुँच गयी । थोड़ी देर पहले जब ट्रेन समुंदर पर बने पम्बन ब्रिज को पार कर रही थी ,तब पुल से गुजरने के कारण होने वाली भारी आवाज से मेरी आँख खुल गयी थी और मैं समझ गया था कि ट्रेन अब समुंदर पार कर जल्दी ही रामेश्वरम पहुँचने वाली है । उस समय काफी अँधेरा था और ट्रेन भी काफी धीमी गति से चल रही थी। रात के समय ट्रेन के डिब्बों से सागर के पानी पर पड़ रही रोशनी बड़ा ही सुदर दृश्य उत्पन्न कर रही थी ,यूँ लग रहा था जैसी किसी ने सागर के गले चमचमाती हुई माला डाल दी हो।

मंदिर गलियारा 

Thursday 24 May 2018

Sri Kanchi Kamakshi Amman Temple


कांची कामाक्षी अम्मान मंदिर - Sri Kanchi Kamakshi Amman Temple


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एकम्बरनाथर मंदिर में दर्शन के बाद हम एक ऑटो रिक्शा से कामाक्षी अम्मान मंदिर पहुँच गए। मंदिर अब तक खुल चूका था और दर्शन के लिए काफी लोग भी जमा हो चुके थे । हम भी जल्दी से दर्शनों के लिए कामाक्षी अम्मान मंदिर में प्रवेश कर गए । मंदिर बाहर से भी सुन्दर दिखता है और अन्दर से बहुत भव्य बना हुआ है । इसकी भव्यता और साफ़ सफ़ाई से मालूम हो रहा था कि यह कांचीपुरम का एक समृद्ध मंदिर है। मंदिर के अन्दर दर्शनों के लिए लाइन लगी हुई थी और बिना समय गवाएँ हम भी लाइन में लग गए और थोड़ी देर बाद दर्शन के बाद मंदिर से वापिस बाहर आ गए। अब तक शाम के साढ़े चार बज चुके थे। आज ही हमें कांचीपुरम से 40 किलोमीटर दूर चिन्गालपट्टू रेलवे स्टेशन से शाम 6:50 पर रामेश्वरम के लिए ट्रेन पकड़नी थी इसलिए बिना समय गवाएँ हम ऑटो से बस स्टैंड चले गए। वहाँ पहुंचकर रेस्टोरेंट से अपना सामान लिया और चिन्गालपट्टू जाने के लिए बस पकड़ ली ।

कामाक्षी अम्मान मंदिर

Thursday 17 May 2018

Lord Ekambaranathar Temple ( Ekambareeswarar Temple ), Kanchipuram

                    एकम्बरनाथर मंदिर ( एकाम्बरेश्वर मंदिर )

वरदराज पेरुमाल मंदिर में दर्शन के बाद हम एक ऑटो रिक्शा से कामाक्षी अम्मान मंदिर पहुँच गए , लेकिन अभी मंदिर खुलने का समय नहीं हुआ था इसलिए मंदिर के प्रवेश द्वार अभी बंद ही थे । मालूम हुआ कि शाम को चार बजे ही मंदिर के द्वार खुलेंगे, उससे पहले किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है। अब आधा घंटा यहाँ रूककर कर इंतजार करने से बेहतर था कि हम एकम्बरनाथ मंदिर चलें जाएँ और वापसी में यहाँ दर्शन करें । कामाक्षी अम्मान मंदिर से एकम्बरनाथर मंदिर की दुरी मुश्किल से एक किलोमीटर है । आप चाहे तो यहाँ से पैदल भी जा सकते हैं । रास्ते में ही श्रीकाची कामकोटी मठ भी है।

मंदिर का पनोरोमिक व्यू

Thursday 10 May 2018

Kanchipuram-The Holy City

कांचीपुरम वरदराज पेरुमाल मंदिर  ( Varadharaja Perumal Temple)

पिछली पोस्ट में आपने पढ़ा की तिरुपति बाला जी के दर्शन के बाद वापिस तिरुपति आकर हम लोग देवी पद्मावती मंदिर में दर्शन करने चले गए । दर्शनों के बाद रात्रि 9 बजे के करीब हम अपने कमरे पर वापिस पहुँच गए । अब आगे  !!!

अगले दिन सुबह जल्दी से तैयार होकर लगभग 8:15 बजे तक तिरुपति के बस स्टैंड पर पहुँच गए। यहाँ से आज हमें कांचीपुरम जाना था जहाँ दिन भर मंदिर देखने के बाद शाम को कांचीपुरम से 40 किलोमीटर दूर चिंगालपट्टू रेलवे स्टेशन से हमें चेन्नई से आने वाली रामेश्वरम की ट्रेन पकड़नी थी। वैसे ट्रेन में मेरी बुकिंग चेन्नई से ही थी लेकिन चेन्नई जाकर वहाँ की बीच पर घूमने के बजाए मैंने भारत की सप्त पुरियों में से एक सांस्कृतिक नगर कांचीपुरम जाना ज्यादा बेहतर समझा। तिरुपति से  कांचीपुरम लगभग 110 किमी दूर है और हर 15 मिनट में बस उपलब्ध है । हमें भी जल्दी ही कांचीपुरम की बस मिल गयी और हम अपनी मंजिल की ओर रवाना हो गए ।